खानपान के इतिहासकारों का मानना है कि राजमा जिसे अंग्रेज़ी में रैड किडनी बीन्स कहते हैं, मैक्सिको से पुर्तगाली भारत लाए। परंतु प्राचीन संस्कृत ग्रन्थों में राजमास का उल्लेख मिलता है अर्थात राजमा बड़े दाने वाला मास परिवार का ही सदस्य है। इसे प्रोटीन से समृद्ध और बहुत पौष्टिक समझा जाता है। दाल के अलावा इसकी टिकिया भी बनाई जाती है। शेफ ने राजस्थान की सुखाकर खाई जाने वाली सांगरी का पुट देकर इसे नया रूप दे दिया है। शाकाहारियों के लिए यह एक अच्छा विकल्प है।
सामग्री: 3-4 लोगों के लिए। बनाने का समय: 40-45 मिनट।
क्या चाहिए…
- राजमा- 100 ग्राम उलबे हुए,
- सांगरी बीन्स- 80 ग्राम,
- छोटी इलायची-7,
- बड़ा इलायची- 2,
- साबुत काली मिर्च- 10,
- शाही जीरा- 1 चुटकी,
- दालचीनी- 2 इंच का टुकड़ा,
- बेसन- 50 ग्राम भुना हुआ,
- देसी घी- 3 छोटे चम्मच,
- हरी मिर्च- 5,
- हरे धनिए की जड़ें- 50 ग्राम,
- अदरक- 10 ग्राम कटी हुई,
- प्रोसेस्ड चीज़- 80 ग्राम,
- नमक- स्वादानुसार,
- साबुत लाल मिर्च- 4,
- चाट मसाला- 5 ग्राम,
- प्याज़- 50 ग्राम कटा हुआ (वैकल्पिक)।
इसे बनाने का तरीका सीखा रहे हैं चेन्नई के शेफ सुनील जगोरिया –
ऐसे बनाएं
पैन में घी गर्म करें। इसमें सारे साबुत मसाले डालकर तड़काएं । फिर प्याज़, हरी मिर्च और अदरक डालकर दो मिनट तक चलाते हुए भूनें।
इसमें राजमा और सांगरी मिलाकर 5 मिनट भूनें। अब इसे आंच से उतारकर ठंडा करें और मिक्सर में चिकना पीस लें। इसमें पेस्ट में बेसन डालकर अच्छी तरह से मिलाएं । इसकी टिक्कियां बनाकर कम घी में (शैलो फ्राई) सेंक लें। तैयार राजमा सांगरी कबाब को हरी या लाल चटनी के साथ गर्मा-गर्म परोसें।